
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार का कृषि पर ऋण माफी का फैसला किसानों के लिए आंशिक राहत है, लेकिन यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस व्यापक संकट को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाना चाहिए। राहुल ने कहा कि केंद्र को राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए और संकट का सामना कर रहे देशभर के किसानों के साथ राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यह उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए आंशिक राहत है लेकिन यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। संकट में फंसे किसानों के लिए कर्ज माफी का कांग्रेस ने हमेशा से समर्थन किया है।’’
एक दिन पहले, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने राज्य के छोटे और मझोले किसानों के लिए 36,359 करोड़ रूपये की कर्ज माफी की घोषणा की थी। राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे खुशी है कि अंतत: भाजपा को कारण देखने के लिए मजबूर किया जा सका। लेकिन देशभर के पीड़ित किसानों के साथ हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘केंद्र सरकार को इस व्यापक संकट को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाना चाहिए और राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए।’’
कांग्रेस देशभर में उसी तर्ज पर कर्ज माफी के लिए दबाव बना रही थी जैसा संप्रग सरकार के समय में हुआ था। भाजपा के चुनावी वादे को पूरा करते हुए योगी सरकार ने मंगलवार को छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक लाख रूपये तक के कृषि कर्ज माफ करने का फैसला लिया था। कर्ज माफी का कुल आंकड़ा 36,359 करोड़ रूपये है। इस कदम से लगभग 2.15 करोड़ किसानों को फायदा होगा। इनके अलावा उन सात लाख लोगों को भी फायदा होगा जिन्होंने गारंटीशुदा कर्ज लिया था, जो गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में बदल गया।