
गरोठ बस स्टैंड पर यात्रियों के पीने की पानी की कोई व्यवस्था नहीं
मंदसौर । मंदसौर जिले के गरोठ बस स्टैंड पर यात्रियों को पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में नगर परिषद का कोई ध्यान नहीं है ।
गरोठ बस स्टैंड पर प्रतिदिन करीब 80 बसों का आना जाना होता है जिनमें करीब 4 से 5 हजार यात्री बसस्टैंड पर आते हैं। प्रति बस से परिषद का कर्मचारी 10 रुपये कर वसूल कर रहा है परंतु बदले में यात्रियों को पर्याप्त सुविधाए देना तो दूर पेयजल की व्यवस्था भी परिषद नहीं कर पा रही है। ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ हो चुकी है ऐसे में यात्री पीने के पानी के लिए बस स्टैंड की होटलों पर ही निर्भर है।
वाटर कुलर बने शोपीस
स्थानीय मोटर मालिक संघ ने यात्रियों को शीतल व ठंडा पेयजल पिलाने के लिए करीब 3 वर्ष पूर्व नगर परिषद को वाटर कूलर उपलब्ध करवाएं थे परंतु वर्तमान में पानी की टंकी के अभाव में वाटर कूलर मात्र शोपीस बनकर लगे हैं। रखरखाव के अभाव में वाटर कूलरों के नल व बिजली के तार टूट चुके है ।
3 वर्ष में तोड़ी दो टंकियां
परिषद द्वारा करीब 3 वर्ष पूर्व डॉ हेडगेवार काम्प्लेक्स के सामने एक बड़ी पानी टंकी बनाई थी जिसे परिषद ने तोड़ दी उसके बाद करीब डेढ़ वर्ष पूर्व एक और नई टंकी बनाई गई जिसे भी तोड़ दिया गया । उसके बाद अभी तक परिषद ने नई पानी की टंकी बन0ाने या लोगों को पानी पिलाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया है । ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ हो चुकी है ऐसे में यात्रियों को पेयजल की उपलब्धता जरूरी लग रही है ।
लिकेज होने के कारण तोड़ी
नगर परिषद द्वारा मात्र 3 वर्ष में दो पानी की टंकीया तोड़े जाने के संबंध में नगर परिषद के सांसद व नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि दिनेश पाटीदार ने बताया कि टंकीया लीकेज होने के कारण परिषद द्वारा तोड़ी गई है। मात्र इतने अल्पसमय में दो पानी की टंकीयो का टूटना परिषद की निर्माण प्रणाली पर भी सवाल पर खड़ा कर रहा है ।
उल्लेखनीय है कि नगर परिषद में लंबे समय से निर्माण सहित कई शाखाओ के महत्वपूर्ण पदअनुभव हीन कर्मचारी संभाल रहे हैं जिसके कारण निर्माण कार्य अल्प समय में ही दम तोड़ रहे हैं। अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि के अनुसार शीघ्र ही परिषद द्वारा वाटर कूलर प्रारंभ कर लोगों को पेयजल सुविधा प्रदान की जाएगी ।