
मंदसौर। नईदुनिया प्रतिनिधि
अमृत योजना के तहत चल रही चंबल पेयजल योजना में अब इंजीनियरों के सामने जून से पहले चंबल नदी में इंटकवेल पूरा करने की चुनौती है। बुधवार को केंद्र सरकार से जुड़ी पीडीएमसी कंपनी के चीफ इंजीनियर ने कोलवी में चंबल नदी का निरीक्षण किया। यहां तय हुआ कि चंबल नदी का पानी अपने न्यूनतम जलस्तर के आस-पास है। अब नदी के अंदर इंटकवेल निर्माण प्रारंभ किया जाए। इंजीनियरों ने तय किया कि होली के बाद इंटकवेल की नींव भरकर निर्माण प्रारंभ किया जाए। बाद में सभी ने कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह के साथ बैठक कर पूरी जानकारी दी। कलेक्टर ने भी गर्मी में इंटकवेल का कार्य पूरा कर दिसंबर तक मंदसौर में पानी पहुंचाने को कहा।
चंबल योजना के अंतर्गत कोलवी से मंदसौर तक 53 किमी की पाइप लाइन बिछाना है। अब तक लगभग 20 किमी लाइन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। कोलवी के पास चंबल नदी में इंटकवेल व पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया जाना है। नदी के बीच में इंटकवेल का निर्माण गर्मी के मौसम में जलस्तर कम रहने पर ही संभव है। गांधीसागर बांध के बेकवॉटर के चलते कोलवी में भी चंबल नदी में औसतन 52 फीट पानी रहता है। और गर्मी में लगभग 30-35 पानी तो रहेगा ही। इसी गहराई में इंटकवेल का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। बुधवार को पीडीएमसी कंपनी भोपाल के चीफ इंजीनियर सुधीर कालरा, रेसिडेंट इंजीनियर राघवेंद्र सिंह, एआरआई समीर कौशल, फील्ड इंजीनियर वैभव शर्मा सहित नपा इंजीनियरों ने स्थान का निरीक्षण किया। चंबल के पूर्ण जलस्तर के निम्न स्तर का अंतर निकाला गया। कोलवी में जहां इंटकवेल प्रस्तावित है। वहां इंजीनियरों ने बरसात से पूर्व नदी के अंदर निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करने की बात कही। चीफ इंजीनियर कालरा ने होली के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया।
700 मीटर का बनेगा एप्रोच ब्रिज
इंटकवेल तक पहुंचने के लिए 2.60 मीटर चौड़ा एप्रोच ब्रिज बनाया जाएगा। टॉप लेवल से इंटकवेल तक का एप्रोच ब्रिज 700 मीटर लंबा होगा। बरसात के पहले नदी के अंदर का कार्य पूर्ण करने के बाद पंपिंग स्टेशन बनाया जाएगा। यहां 455 हॉर्स पॉवर के एक पंप से प्रतिदिन मंदसौर 41 एमएलडी पानी पहुंचाने की योजना है। तीन पंप में से एक पंप नियमित चलेगा। दो पंप स्पेयर में रहेंगे। कोई समस्या होने पर उन्हें चलाया जाएगा।
दिसंबर तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश
निरीक्षण के बाद कंपनी के इंजीनियरों व नपा इंजीनियरों ने कलेक्टर स्वतंत्रकुमारसिंह के साथ बैठक की। बैठक में इंजीनियरों ने होली के बाद इंटकवेल निर्माण प्रारंभ करने की जानकारी दी। कलेक्टर सिंह ने बरसात के पूर्व नदी के अंदर का निर्माण किसी भी स्थिति में पूर्ण करने एवं दिसंबर तक सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण किया है
– बरसात पूर्व चंबल नदी में इंटकवेल का निर्माण प्रारंभ किया जाना है। इसके लिए जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करने के लिए चंबल नदी पर प्रस्तावित जगह का निरीक्षण किया है। वर्तमान में कार्य प्रारंभ करने की स्थिति बन रही है। होली बाद नदी पर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
-सुधीर कालरा, चीफ इंजीनियर, पीडीएमसी कंपनी भोपाल
योजना में अब तक
– 600 एमएम की 53 किमी पाइप लाइन डालने का काम अगस्त 2015 से शुरू हुआ।
– कोलवी से लगभग 20 किमी तक पाइप लाइन बिछाने का कार्य हुआ है।
– 71 करोड़ की योजना के लिए कम दरों पर 55 करोड़ के टेंडर हुए हैं।
– 18 जनवरी को उद्योगों के लिए 31 एमएलडी की जगह 41 एमएलडी पानी लाने का निर्णय लिया।
– इंजीनियरों ने इंटलवेल व पंपिंग स्टेशन की क्षमता बढ़ाने के लिए नवीन प्रस्ताव बनाया।
– बुधवार को इंटकवेल निर्माण कार्य प्रारंभ करने के लिए निरीक्षण किया।