
प्रतापगढ़ । जिला कलक्टर नेहा गिरि ने मंगलवार को मिनी सचिवालय में मुख्यमंत्रा जल स्वावलंबन अभियान में चल रहे कार्यों के संबंध में समीक्षा की और संबंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो कार्य निरस्त किए जाने प्रस्तावित हैं, उनकी बजाय दूसरे कार्य ले लिए
जाएं और वे कार्य तत्काल पूरे कराए जाएं ताकि लोगों को अभियान का समुचित लाभ मिल सके।
कलेक्टर नेहा गिरी ने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी एक सप्ताह में ऐसे समस्त कार्यों को रिप्लेस किए जाने की कार्यवाही कर सूचित करें। इस दौरान उन्होंने तीसरे चरण के सर्वे कार्य की भी समीक्षा की और कहा कि अभियान में कार्यों के साथ-साथ लोगों को जागरुक किए जाने के लिए भी समुचित गतिविधियां करें और लोगों को बताएं कि किस तरह जल संरक्षण उनकी जिंदगी बदल सकता है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के जिन कार्यों का लाभ लोगों को मिल रहा है, उनका भी अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें ताकि दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिले। जो कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं, उनके उपयोगिता प्रमाण पत्रा भी शीघ्र अपलोड कराएं।
जिला कलेक्टर ने डीएफओ से कहा कि अभियान में जो पौधे लगाए गए हैं, उनके संरक्षण व देखभाल के लिए समुचित उपाय किए जाएं। महानरेगा अंतर्गत पौधों की देखभाल के लिए चौकीदार की व्यवस्था की जाए, ताकि जितने भी पौधे लगाए गए हैं, वे वास्तव में सर्वाइव कर सकें। उन्होंने नगर परिषद कमिश्नर से भी जल संरक्षण के शहर में हुए कार्यों के संबंध में फीडबैक लिया।
इस दौरान एडीएम हेमेंद्र नागर व सीईओ डॉ वीसी गर्ग ने भी विभागवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। बैठक में डीएफओ एसआर जाट, एमजेएसए प्रभारी एसई गणेश लाल रोत, पीएचईडी एक्सईएन एसएल ओस्तवाल, नगर परिषद कमिश्नर अशोक जैन, एक्सईएन एमआई खान सहित कृषि, जल संसाधन आदि विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।