
मंदसौर संदेश/मंदसौर
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की सुविधा के लिए प्रदेश के तालाबों से काली मिट्टी निकालकर खेतों में डालने के लिए प्रत्येक जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि वह किसानों को तालाबों से काली मिट्टी निकालने दे और खनिज विभाग किसी प्रकार की कोई रायल्टी वसूल न करें ।
अब इसी कड़ी में विगत दिनों काली मिट्टी निकालने के चक्कर में लदूना जलते-जलते बचा । यह तो गरोठ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कनेश की सूझबूझ थी कि उन्होंने इस आग को जल्दी से बूझा दिया वर्ना सीतामऊ टीआई गोपाल सूर्यवंशी ने तो आग में घी डालने का काम किया था ।
इसी कड़ी में जिले से अधिकांश तालाबों में काली मिट्टी निकालने का विवाद घिरा रहा है क्योंकि जिन तालाबों में जिन लोगों की जमीनें गई है उन लोगों ने सरकार से तबीयत से मुआवजा प्राप्त कर लिया है और मुआवजे प्राप्त करने के बाद भी उन लोगों ने तालाबों की जमीनों को छोड़ा नहीं है, आज भी उस पर कब्जा जमाए बैठे है, जब तालाब सूख जाते है तो जमीनों पर अपना कब्जा बताकर खेती करते है । इसमें राजस्व विभाग की कमजोरी है, पटवारी, तहसीलदार, गिरधावर इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है । जब कहीं आग जलती है तो पूरा जिला प्रशासन का महकमा आग बुझाने पहुंच जाता है । आग लगाता है राजस्व विभाग का महकमा और झेलना पड़ता है पुलिस विाग को…!
इसी कड़ी में जिले के कईतालाबों से शिकायतें प्राप्त हो रही है कि लोगों को तालाबों से काली मिट्टी खोदने नहीं दी जा रही है । तालाबों की जमीन का मुआवजा प्राप्त करने वाले लोग आज भी उन जमीनों पर अपना अधिकार बताते हुए उस क्षेत्र में हथियारबंद घूम रहे है और लोगों को डरा रहे है कि यह जमीन हमारी है कोई मिट्टी खोदकर दिखा दें ।
धंधा करने वाले भी सक्रिय…!
तालाबों से काली मिट्टी खोदने के मामले को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के स्पष्ट निर्देश है कि तालाबों से काली मिट्टी लोग गेती-फावड़े से खोदकर जरूरतमंद किसान अपने खेत के उपयोग के लिए ले जाए । परन्तु इन दिनों हर गांव में जेसीबी, ट्रेक्टर, डम्फर इतने हो गए है कि जिसकी कोई सीमा नहीं और कुछ धंधेबाजों ने इसे अपना धंधा बना लिया है । तालाब में जेसीबी लगा देंगे और अपने ट्रेक्टर, डम्फर लगा देंगे एवं काली मिट्टी बेचने का काम कर रहे है। ऐसे धंधेबाजों के कारण ही हवा खराब हो रही है और इस ओर न राजस्व अमला ध्यान दे रहा है और न पुलिस प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है ।
पुलिस प्रशासन के सर पर अगर कोई बात आती है तो फिर प्रशासन बड़ा सक्रिय होता है, जिले की व्यवस्था सारी गड़बड़ाती है एवं जिले से फिर पुलिस फोर्स एक ही जगह भेजना पड़ती है और ऐसी स्थिति में मंदसौर जिला तस्करी में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त है और तस्कर इसका पूरा फायदा उठाते है..!