कोरोना महामारी से पूरी दुनिया अछूती नहीं है। 3 लाख से ज्यादा लोग मारे गए है, लाखो लोग अभी भी प्रभावित है और दिनों दिन संख्या बढ़ ही रही है। भारत में भी यही हालात है, लेकिन ये जानकारी आप तक पंहुचा कौन रहा है “पत्रकार“ , वो पत्रकार जिसे
बड़े ही विचित्र आज देश की हालत देखने को मिल रही है। इस देश का मजदूर.... वो मजदूर जिसने कई लोगो को आशियाने दिये है रहने को, कई नव निर्माण शहर बनाये, कई गगनचुंबी इमारतें बनाई, कई सारे मॉल बना कर कईयों को स्थाई रोजग़ार करने को जगह दी, कई
ये सत्ता का नशा और उसकी लालसा... कुर्सी का खेल और कुर्सी बचाने के पीछे के किस्से... कुछ छनी-छनाई बाते और कुछ सामने आते राजनीतिक हथकंडे...!!! यह सब हुआ बीते महीने मध्यप्रदेश में, ना जाने कितने गठजोड़ बिठाए गए अपनी-अपनी सत्ता बचाने के लिए... लेकिन इन सबके विपरीत पीछे रह
चित्तौड़गढ़। किसानों द्वारा परिश्रम से पैदा की गई फसल की खरीद में देरी से किसानों को बहुत अधिक नुकसान हो रहा है। यह बात सांसद सी.पी.जोशी ने खरीद केंद्र में प्रारंभ होने में हो रही देरी पर इसे शीघ्र प्रारंभ करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के
कैसा लगेगा जब पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम के आगे से पंडित हटा दिया जावे, महात्मा गांधी के आगे से महात्मा हटा दिया जावे, महामना पंडित मदनमोहन मालवीय के आगे से महामना हटा दिया जावे और नेताजी सुभाषचंद्र बोस के आगे से नेताजी हटा दिया जावे? तो फिर स्वातंत्रय वीर
लोकसभा चुनाव 2019 अपने अंतिम चरण में हैं । देश में राजनैतिक पारा बहुत चढा हुआ है और राजनैतिक दलों के नेताओं के आपसी आरोप प्रत्यारोप बेलगाम होकर सारी सीमाऐं लांघ रहे हैं । ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रम्हण्यम स्वामी ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय में
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रानिक मीडिया उनके पांच वर्षों के कार्यकाल में सिर्फ इस बात से परेशान रहा कि नरेन्द्र मोदी कभी मीडिया से बात नहीं करते कभी प्रेस कांफ्रेंस नही करते। लेकिन पिछले एक सप्ताह से जिस प्रकार से नरेन्द्र मोदी मीडिया से
भारत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी में हुए रोड शो ने विश्व रिकार्ड बना दिया। वाराणसी से दूर बैठे हम लोगों को यह तो अंदाजा था कि नरेन्द्र मोदी जी के रोड शो में उपस्थिति अच्छी रहेगी लेकिन जो जनसमर्थन वाराणसी की जनता ने दिखाया वह अविश्वसनीय था। क्या
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा लिया गया इंटरव्यू इस समय कईयों को नागवार गुजर रहा है। राहुल गांधी सहित अन्य विपक्षी दलों के नेता इस अराजनैतिक इंटरव्यू से अकारण ही राजनीतिक रूप से परेशान हैं। तकलीफ इस बात से है कि यह इंटरव्यू
वर्तमान में लोकसभा चुनाव-2019 का शंखनाद हो चुका है तथा प्रथम चरण के आज मतदान भी हो रहे है । पिछले लोकसभा चुनाव-2014 में कांग्रेस की हुई करारी हार का अगर विश्लेषण किया जाए तो 2014 में हुई हार का कांग्रेस ने कोई सबक नहीं लिया । 2014 में कांग्रेस