किसी भी देव की आराधना के आरम्भ में, किसी भी सत्कर्म व अनुष्ठान में, उत्तम-से-उत्तम और साधारण-से-साधारण कार्य में भी भगवान गणपति का स्मरण, उनका विधिवत पूजन किया जाता है। इनकी पूजा के बिना कोई भी मांगलिक कार्य को आरंभ नहीं किया जाता है। ऐसे परमपिता परमात्मा श्री गणेश जी