
नई दिल्ली । रयान इंटरनेशनल स्कूल में छात्र प्रद्यूम्न की हत्या के बाद बच्चों की सुरक्षा को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है, वहीं केन्द्र सरकार भी इस मसले को लेकर चिंतित है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बुधवार को एक संयुक्त हाई लेवल मीटिंग बुलाई है।
एमडब्ल्यूसीडी (MWCD) ने इसके लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस के मुताबिक, महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सोमवार को इस बैठक के सिलसिले में एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात भी की थी। इस बैठक में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, सीबीएसई, एनसीईआरटी और केन्द्रीय विद्यालय के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित होंगे।
बैठक के एजेंडे में स्कूल में बच्चों पर दुर्व्यवहार की बढ़ती घटनाओं को रोकने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। वहीं इस बैठक में कई सुझावों पर भी विचार किया जाएगा। एक सुझाव कि स्कूलों में सपोर्ट स्टाफ, बस कंडक्टर और ड्राइवरों के रूप में महिलाओं को ही रखा जाए।
बैठक का मूल उद्देश्य ये है कि जो गाइडलान और प्रोटोकॉल हैं उसे स्कूलों को हर हाल में पालन करना चाहिए ताकि बच्चों को किसी तरह के शारीरिक और मानसिक नुकसान से बचाया जा सके।
डब्ल्यूसीडी मंत्री ने आगे बताया कि माता-पिता, अभिभावक और शिक्षकों को बच्चों के बारे में सतर्क रहने के साथ-साथ उनके व्यवहार और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत चाइल्ड लाइन नंबर 1098 और पीओसीएसओ ई-बॉक्स पर सूचित करना चाहिए।
गौरतलब है कि छात्र प्रद्युम्न हत्या मामले में पिता द्वारा स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की गुहार संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार, सीबीआई आदि को नोटिस जारी किया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि यह मसला सिर्फ एक स्कूल तक सीमित नहीं बल्कि यह पूरे देश के स्कूली बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा मसला है।