
इंदौर, 13 सितम्बरः “मैं प्रदेश की जनता से और सांवेर की जनता से पूछना चाहता हूं कि वह बताएं कि क्या माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़कर मैंने कोई पाप किया, क्या मिलावट के खिलाफ युद्ध छेड़कर मैंने कोई गलती की, क्या लोगों को शुद्ध दूध पिलाकर मैंने कोई गलती की, क्या यह मेरा गुनाह है, जो सौदेबाजी कर मेरी सरकार गिरा दी गई? क्या प्रदेश की पहचान माफियाओं से होगी, मिलावटखोरों से होगी।’’ यह बात पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार काे सांवेर के अर्जुन बरोदा गांव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के समर्थन में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला किया।
कमलनाथ ने कहा कि सांवेर में नर्मदा लाने की शुरुआत हमारी सरकार ने की, उस पर काम हमने शुरू किया, लेकिन यह लोग आज सिर्फ घोषणा की राजनीति कर जनता को गुमराह करने में लगे हैं। यह लोग सिर्फ घोषणा करते, कलाकारी की राजनीति जानते हैं। अभी अगले 6 महीने तक ये लोग कई झूठी घोषणाएं करेंगे। मुझे लगा था कि शिवराज इतने सालाें बाद अब झूठी घोषणाओं से बाहर जाएंगे, लेकिन अभी भी उनका झूठ बोलने का काम जारी है। मैं कभी घोषणा नहीं करता, मैंने तो मुख्यमंत्री रहते भी एक भी घोषणा नहीं की। इनको सड़क पर रोजगार को लेकर भटकता नौजवान-युवा दिखाई नहीं देता, इनकी आंखें बंद हैं, इनको मदद के लिए चिल्लाता किसान दिखाई नहीं देता, क्योंकि इनके कान बंद हैं, इनका तो सिर्फ मुंह चालू है। मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर है।
आज प्रदेश की इन्होंने क्या हालत कर दी, तस्वीर आपके सामने है। आपने कभी गुजरात का मजदूर देखा है, आपने कभी केरल का मजदूर देखा है, आपने कभी तमिलनाडु का मजदूर देखा है, लेकिन आपने तो टीवी पर भी मध्यप्रदेश का मजदूर देखा होगा। इन्होंने अपने 15 साल की सरकार में मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा मजदूरों का उत्पादन वाला राज्य बना कर रख दिया। इन्होंने अपनी सरकार में मुझे कैसा प्रदेश सौंपा। बेरोजगारी में नंबर वन, महिलाओं से अत्याचार में नंबर वन, किसानों की आत्महत्याओं में नंबर वन। हमारी सरकार को तो काम करने के लिए मात्र साढ़े 11 माह ही मिले, इसमें भी हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया। प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए हमने रात- दिन काम किया। मैं दोहराना नहीं चाहता हमने किसानों की कर्जमाफी के लिए क्या किया, बिजली के सस्ते बिलों को लेकर हमने क्या किया, माफियाओं और मिलावटखोरों के खिलाफ हमने क्या किया।