
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की के उद्योगपतियों को भारत में ऊर्जा, रेल, सड़क, बंदरगाह और आवास जैसे क्षेत्रों में निवेश का न्यौता देते हुए आज कहा कि भारत में इस समय निवेश के जितने आकर्षक अवसर हैं, उतने पहले कभी नहीं थे। मोदी ने भारत यात्रा पर आए तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब इर्दोगान की उपस्थिति में यहां आयोजित भारत-तुर्की शिखर व्यावसायिक सम्मेलन में दोनों देशों के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मोदी ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और विस्तार देने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और तुर्की के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2008 के 2.8 अरब डालर से बढ़कर 2016 में 6.4 अरब डालर तक जरूर पहुंच गया है लेकिन यह अभी भी संभावनाओं से काफी कम है। मोदी ने कहा, ‘‘भारत और तुर्की के बीच बेहतर आर्थिक संबंध है..हालांकि व्यापार में यह वृद्धि उत्साहजनक है लेकिन वास्तविक संभावना को देखते हुए आर्थिक एवं वाणिज्यिक लेन-देन एवं सहयोग का स्तर पर्याप्त नहीं है।’’ उन्होंने रेखांकित किया कि भारत और तुर्की मजबूत बुनियाद के साथ दुनिया की शीर्ष 20 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग उल्लेखनीय रूप से बढ़ा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने तथा पारस्परिक संपर्क को बढ़ाने का समय आ गया है।’’ व्यापार अनुकूल माहौल का वादा करते हुए मोदी ने कहा कि तुर्की की निर्माण कंपनियां भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र खासकर बंदरगाह, रेल, आवास, ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन, पर्यटन और वाहन जैसे क्षेत्रों में भाग ले सकती हैं।