
कचरा अभियान में 25 गाड़ियां लगने के बाद भी क्यों दिखाई देता है गली-मोहल्लों में कचरा
मंदसौर । स्वच्छता अभियान को लेकर कुछ दिनों पूर्व शासन की ओर से नंबर देने का प्रावधान प्रारंभ हुआ था । इन नंबरों को पाने के लिए स्वच्छता अभियान में नगर पालिका ने जी जान लगा दिया । नगर पालिका के हर कर्मचारी स्वच्छता अभियान को लेकर सुबह 5 बजे से लगाकर 9 बजे तक हर वार्ड में अपनी ड्यूटी देता था । स्वच्छता अभियान का इतना विशेष ध्यान रखा गया था कि कहीं पर भी कोई भी कूड़ा-करकट, कचरा आदि दिखाई नहीं दे ताकि स्वच्छता अभियान का निरीक्षण करने वाली ओडीएफ टीम मंदसौर नगर पालिका को नंबर देकर चली जाए ।
इस नंबर को प्राप्त करने हेतु जगह-जगह पर डस्टबीन (कचरा पेटीयां) भी लगाई गई थी, समाचार पत्रों में विज्ञापन भी दिए गए थे एवं नगर पालिका ने एक अभियान भी चलाया था कि खुले में शोच करने वालों के ऊपर20 रूपये जुर्माना किया जाएगा एवं सफाई कर्मियों द्वारा सफाई करने के बाद अगर कोई मकान के सामने या दुकान के सामने कचरा फेंकता है तो उसके ऊपर 200 रूपये जुर्माना भी किया जाएगा ।
नगर पालिका ने गीला कचरा, सूखा कचरा उठाने का भी एक अभियान चालू किया और रोज सुबह 6 बजे से 9 बजे तक हर वार्ड में स्वच्छता अभियान के गीतों को बजाकर घर-घर से गीला कचरा एवं सूखा कचरा एकत्रित कर रहे है । पूर्व में नगर में कहीं पर भी सफाई कर्मियों ने बिल्कुल कचरा डालना बंद कर दिया था । सफाई कर्मी कहीं पर भी कचरा नहीं डाल रहे थे ।
वर्तमान में इस स्वच्छता अभियान के तहत जब हमारे प्रतिनिधि ने कई वार्डों का निरीक्षण किया तो पाया कि एक माह-डेढ़ माह पूर्व जिन-जिन वार्डों में कचरा पेटीयां रखी गई थी उन वार्डों से कचरा पेटीयां गायब है । और अब कचरा भी खुले रूप से सड़कों के किनारे, गली-मोहल्ले में या कोई नाला खाली है तो उस नाले में डालना प्रारंभ कर दिया है । सफाई अभियान को लेकर प्रतिदिन नगर पालिका में कहीं न कहीं से शिकायत प्राप्त होती है और इस शिकायत को लेकर स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार एवं स्वास्थ्य सभापति विनोद डगवार तो वहीं सीएमओ हिमांशु भट्ट एवं स्वास्थ्य प्रभारी के.जी. उपाध्याय, जाकिर आदि लोग पहुंच जाते है । और लोगों को शिकायत सुनकर उसके निराकरण करने का भी प्रयास करते है परन्तु उसके बाद भी सही तरीके से निराकरण क्यों नहीं हो पा रहा है यह तो स्वास्थ्य विभाग एवं नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों के बीच का मामला है । परन्तु सफाई व्यवस्था को लेकर शिकायतें बराबर चालू है ।
वहीं दूसरी ओर नगर पालिका में कई पार्षद अपने वार्डों में सफाई कर्मी बढ़ाने की मांग कर रहे है, तो कई पार्षद वार्डा से अदली-बदली करें कर्मचारियों की पूर्ति की मांग भी कर रहे है । नई भर्ती के लिए शासन एवं नगरीय प्रशासन दोनों ने रोक लगा रखी है । नई भर्ती वर्तमान में होना संभव नहीं है । नगर पालिका की स्वच्छता अभियान के तहत 25 गाड़ियां नगर में चल रही है और एक गाड़ी पर दो सफाई कर्मचारी रहना भी अनिवार्य है ऐसी स्थिति में 50 कर्मचारी प्रतिदिन स्वच्छता अभियान के तहत चलने वाली कचरा गाड़ियों पर इंगेज हो जाते है ।
क्या नगर पालिका का स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार, नगर पालिका सीएमओ हिमांषु भट्ट, स्वास्थ्य अधिकारी के.जी.उपाध्याय इस ओर ध्यान देंगे।