
प्रतापगढ़ । महानिदेशक पुलिस राजस्थान के आदेशानुसार 15 मई 2017 से 15 जून 2017 तक गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश एवं नाबालिग बच्चों द्वारा भिक्षावृति के उन्मूलन हेतु विशेष अभियान ’’ऑपरेशन मिलाप’’ संचालित किये जाने बाबत आज दिनांक 15 मई 2017 को 11 ए.एम. पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभागार में अभियान से संबंधित सभी सरकारी व गैर सरकारी ऐजेन्सियों की एक समन्वय बैठक आयोजित की गई। जिसमें रतनलाल भार्गव अति. पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ एवं एन.के.गुप्ता एस.डी एम. प्रतापगढ, जे.पी.चांवरिया सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, अमित जैन अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, श्रीमति कीर्ति शर्मा सदस्य बाल कल्याण समिति, रविन्द्र कुमार प्रभारी बाल सम्प्रेषण गृह, लाखनसिंह राजपूत श्रम कल्याण विभाग, महावीर मोदी व भजन जिज्ञासु प्रतिनिधि बहुउद्देषीय आरोग्य सेवा समिति, दीपक कुमार शर्मा प्रधानाध्यापक तपस संस्थान, रामगोपाल टेलर प्रभारी निराश्रित बाल गृह, श्रीमति रतन वर्मा सीडीपी ओ, सवाईसिंह सोढा प्रभारी मानव तस्करी विरोधी यूनिट, एवं थानां के बाल कल्याण अधिकारी उपस्थित हुए। बैठक में इस अभियान के मुख्य उद्देश्य एवं निम्नलिखित बिन्दुओं पर चर्चा की गईः-
1. ऐसे सभी बच्चे जिनसे बाल श्रम अथवा बन्धुआ मजदूर के रूप में कार्य लिया जा रहा है, ऐसे बच्चों को को मुक्त करवाकर उनका पुनर्वास सुनिश्चित करना एवं मानव तस्करी के नेटवर्क का पता लगाकर उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करना।
2. भिक्षावृति में लिप्त नाबालिग बच्चो को रेस्क्यु कर उनका पुर्नवास सुनिश्चित करना एवं यदि कोई गिरोह इसके पीछे है तो उसके विरूद्ध प्रभावी कानुनी कार्यवाही करना।
3. गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश कर उनको उनके परिजनों से मिलाना ।
4. ऐसे नाबालिग बच्चें जिनके बारे में यह सन्देह है कि वह गुमशुदा हो सकते है, वैसे सभी बच्चो की स्क्रीनिंग करना, जिनके लिए संभावित स्थल जैसे बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन, मन्दिर, मस्जिद, फुटपाथ आदि स्थानों पर घुमनेवाले संदेहास्पद बच्चों की स्क्रीनिंग किया जाना।
5. अभियान के दौरान निराश्रित नाबालिग बच्चे भी संज्ञान में आते है तो उनके पुर्नवास हेतु बाल अधिकारिता/समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर पुर्नवास की प्रक्रिया कराना ।