
मंदसौर । भूतभावन भगवान पशुपतिनाथ की नगरी से विख्यात मंदसौर नगर अब पूरी तरह से फ्लेक्स/होर्डिंग्

स की नगरी बन गया है । नगर का ऐसा कोई भी कोना नहीं बचा है जहां पर आप फ्लेक्स और होर्डिंग्स नहीं देख सकते । चाहे जनप्रतिनिधियों का जन्मदिन हो, चाहे ठेकेदार का जन्मदिन हो, चाहे नवरात्रि में डांडिया रास आयोजकों के प्रोग्राम हो, चाहे रैलियां हो या फिर किसी प्रायवेट संस्था का प्रचार-प्रसार करना हो पूरे नगर के चौराहों पर, बिजली के खंबो पर, डिवाईडरों पर लगे ट्री गार्डों पर, पेड़ों पर फ्लेक्स और होर्डिंग्स टंग जाते है । और नगर की हालत ऐसी हो जाती है कि मानो आप मंदसौर नगर में नहीं किसी होर्डिंग्स/फ्लेक्स की नगरी में आ गए हो ।
यातायात प्रभारी टीआई पाटनवाला ने किया बीपीएल चौराहा को फ्लेक्स से मुक्त
मंदसौर नगर का सबसे व्यस्ततम चौराहा बीपीएल चौराहा है । यहां पर यातायात विभाग द्वारा ट्राफिक सिग्नल का संचालन भी किया जाता है । इस चौराहो को फ्लेक्स और होर्डिंग्स से सजाने का काम बखूबी किया जाता है। शनिवार को एक बार पुनः ट्राफिक सिग्नल को शुरू किया गया । सर्वप्रथम यातायात प्रभारी टीआई किशोर पाटनवाला, उपनिरीक्षक एसएमएस सेंगर एवं टीम ने बीपीएल चौराहा पर लगे हुए होर्डिंग्स और फ्लेक्स हटवाए । यातायात विभाग द्वारा की गई इस कार्यवाही की स्थानीय जनता ने प्रशंसा भी की क्योंकि बीपीएल चौराहा पर लगे हुए होर्डिंग्स और फ्लेक्स के कारण सामने से आ रहे वाहन दिखाई नहीं देते थे जिससे दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती थी ।
दशपुर कुंज बगीचा और महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल का हाल बेहाल
दशपुर कुंज बगीचे और महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल की समस्या तो लम्बे समय से चली आ रही है । दशपुर कुंज बगीचा नगर पालिका का बगीचा है और महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल एक शासकीय स्कूल है लेकिन इन दोनों की बाउण्ड्रीयों को प्रायवेट एडव्रटाईजिंग एजेंसी वालों ने पाट दिया है । नियम कहता है कि किसी शासकीय स्कूल की बाउण्ड्री के बाहर तथा किसी सार्वजनिक बगीचे के बाउण्ड्री के बाहर किसी प्रकार के निजी होर्डिंग्स नहीं लगाए जा सकते है लेकिन यह नियम मंदसौर में लागू नहीं होता है और न ही नगर पालिका ऐसी एडव्हरटाईजिंग एजेंसियों पर कोई कार्यवाही करती है । महारानी लक्ष्मीबाई स्कूलकी बाउण्ड्री के बाहर प्रायवेट एडव्रटाईजिंग एजेंसी वालों ने परमानेन्ट कब्जा कर रखा है और यहां पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स पूरे साल लगे रहते है जिससे आज तक महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल की बिल्डिंग बाहर से कैसी दिखती है यह आमजन आज तक नहीं देख पाये है।
यही हाल दशपुर कुंज बगीचे का भी है । दशपुर कुंज बगीचे के बाहर आधी बाउण्ड्री पर तो होर्डिंग्स वालों ने कब्जा कर रखा है और उससे भी आगे जहां नगर पालिका का बोर्ड लगा है कि यहां पर ठेला गाड़ी खड़ा करना मना है वहां पर थोक में ठेला गाड़ियों ने कब्जा कर लिया है ।
पं.नेहरू बस स्टैण्ड का बगीचा
पं.नेहरू बस स्टैण्ड पर भी एक बगीचा स्थित है और इस बगीचे के अंदर पं.जवाहरलाल नेहरू की एक प्रतिमा भी स्थापित है । लेकिन बगीचे की चारों ओर इतने प्रायवेट होर्डिंग्स लगे हुए है कि आज तक किसी ने भी पं. जवाह्रलाल नेहरू की प्रतिमा को देखा भी नहीं है । बगीचा अंदर से कैसा दिखता है, बगीचे के अंदर कौन-कौन बैठा है यह बाहर से नाम मात्र भी नहीं दिखता । पं.नेहरू बस स्टैण्ड का भी यह बगीचा सार्वजनिक है तथा नगर पालिका मंदसौर के ही अधीन आता है लेकिन आज तक इस बगीचे को भी होर्डिंग्स मुक्त नहीं किया गया है ।
जन्मदिन के होर्डिंग्स/फ्लेक्स
हाल बेहाल तब होते है जब किसी नेता, जनप्रतिनिधि, ठेकेदार का जन्मदिन आता है । जन्मदिन के छह-सात दिन पहले से ही नगर में होर्डिंग्स/फ्लेक्स लगना प्रारंभ हो जाते है । नगर के चौराहो के आसपास होर्डिंग्स लगते है, डिवाईडरों के विद्युत पोल पर फ्लेक्स लगा दिए जाते है, ट्री गार्डों की जालियों पर फ्लेक्स बांध दिए जाते है, पेड़ों पर भी छोटे-छोटे होर्डिंग्स लटका दिए जाते है, कहीं सड़क किनारे बल्लियां गाढ़कर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा दिए जाते है । कुछ नेताओं ने तो कुछ स्थानों को अपनी बपोती समझ ली है, पार्टी का कोई भी कार्यक्रम हो, नेता का जन्मदिन हो, कुछ भी हो, पचास-सौ फोटो लगाकर उस स्थान पर परमानेन्ट होर्डिंग लग जाता है । ऐसा भी नहीं कि जन्मदिन जाने के बाद बधाईयां देने वाले खुद इन होर्डिंग्स/फ्लेक्स को हटवाते हो, कई दिनों, महीनों तक यह फ्लेक्स ऐसे ही लगे रहते है और अंततः नगर पालिका कर्मचारियों को उन नेताओं, जन प्रतिनिधियों से जिनका जन्मदिन होता है उनसे परमिशन लेकर इन होर्डिंग्स व फ्लेक्स को हटाया जाता है ।
नजर हटी, दुर्घटना घटी
मंदसौर नगर में व्यस्ततम मुख्य चौराहों पर, व्यस्ततम मुख्य सड़कों पर होर्डिंग्स और फ्लेक्स लगाए जाते है और होर्डिंग्स/फ्लेक्स इस तरह से लगाए जाते है कि वाहन चलाने वाले का ध्यान उस ओर जाए । वाहन चालक का ध्यान वाहन चलाते समय इन होर्डिग्स/फ्लेक्स पर जाता है और दुर्घटना घट जाती है । नियम तो कहते है कि मुख्य चौराहों पर, मुख्य मार्गों पर ध्यान भटकाने के लिए होर्डिंग्स/फ्लेक्स नहीं लगना चाहिए लेकिन नियम का पालन करवाये कौन ?
कब करेगी नपा प्रायवेट एडव्रटाईजिंग एजेंसी वालों के खिलाफ कार्यवाही
देखा जाए तो मंदसौर का हाल बेहाल करने में सबसे अहम भूमिका मंदसौर नगर की पांच-छह एडव्हरटाईजिंग एजेंसी वालों की है । इन एडव्हरटाईजिंग एजेंसी वालों ने दशपुर कुंज बगीचा, पं.नेहरू बस स्टैण्ड का बगीचा, घंटाघर क्षेत्र, महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल, महाराणा प्रताप चौराहा, नगर की प्रमुख सड़कें, महू-नीमच रोड़ के दोनों तरफ बड़े-बड़े एडव्हरटाईजिंग बोर्ड लगाकर अपने लालच के लिए मंदसौर नगर की सौन्दर्यता का बिगाड़ा कर रखा है । नगर पालिका को चाहिए कि वह इन प्रायवेट एडव्हरटाईजिंग एजेंसियों से दशुपर कुंज बगीचे, महाराणा प्रताप चौराहा/क्षेत्र, पं.नेहरू बस स्टैण्ड के बगीचे, महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल तथा नगर पालिका द्वारा नवनिर्मित डिवाईडरों, ब्रीज को इन प्रायवेट एडव्हरटाईजिंग एजेंसी के होर्डिंग्स से मुक्त कर तथा इन पर सख्त कार्यवाही कर मंदसौर नगर को पुनः पशुपतिनाथ की नगरी बनाए ।