
खाद्य विभाग की बड़ी कार्यवाही
मंदसौर । शुक्रवार को खाद्य विभाग ने नगर में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए नगर के जीवागंज क्षेत्र में संचालित हो रही मौसम बहार आईस कैण्डी फैक्ट्री पर छापामार कार्यवाही की। खाद्य विभाग की टीम में जिला खाद्य अधिकारी प्रभुलाल डोडीयार, निकेश भिड़े व अन्य स्टॉफ था।
मौसम बाहर आईसकैण्डी में छापामार कार्यवाही में खाद्य विभाग के अधिकारियों ने पूरी फैक्ट्री की जॉच की। जिसमें अधिकारियों को भारी मात्रा में विसंगतियॉ मिली। फैक्ट्री में अन्य मार्का के पैकेट व कप में आईसकैण्डी व आईसक्रीम बेची जा रही थी। जिस पर न तो मूल्य था और न ही बेच और नहीं एक्सपायरी।
फैक्ट्री में जिन कपो में आईसक्रीम भरा पाया गया उन अहमदाबाद, पटना और गोवा का एड्रेस पाया गया। जो कि नियमों के विरूद्ध है। इस पर फैक्ट्री संचालकों ने अधिकारियों को जानकारी दि गई कि गलती से हो गया है ।
वहीं अन्य प्रोडक्ट् की जॉच की गई तो पाया गया कि अन्य प्रोडक्ट की स्थिति भी यही थी। पूरी फैक्ट्री में जो लायसेंस है उस नाम का एक भी प्रोडक्ट् नहीं मिला और सभी पर मूल्य और वजन निर्धारित नहीं पाया गया। खाद्य अधिकारियों ने फैक्ट्री से आईसक्रीम और आईसकैण्डी के घोल भी शंका होने पर उनके सेम्पल लिये जिनकी जॉच रिपोर्ट हेतु उन्हें आगे भेजा जायेगा। खाद्य अधिकारियों ने पूरी फैक्ट्री की अच्छे से जॉच की गई स्वच्छता की कमी को लेकर भी अधिकारियों ने फैक्ट्री संचालक को दिशा निर्देश प्रदान किये।
खाद्य अधिकारी प्रभुलाल डोडीयार ने बताया कि लगातार शिकायत प्राप्त होने पर शुक्रवार को मौसम बहार आईसकैण्डी पर छापा मार गया जहॉ से चार प्रकार के सेम्पल आईसकैण्डी व आईसक्रीम बनाये जाने वाले घोल के लिये गये है। सबसे बड़ी विसंगति यह पाई गई कि पूरी फैक्ट्री में मौसम बहार ब्राण्ड का कोई भी आईसक्रीम या आईसक्रैण्डी नहीं मिली सभी अन्य प्रकार के ब्राण्ड थे। फैक्ट्री में अन्य नाम व अन्य मार्का जिस पर अहमदाबाद,पटना व गोवा की कंपनियों की प्रिन्ट थी उनमें आईसक्रीम भरकर बेचा जा रहा था जो नियम विरूद्ध है इस पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी ।
खाद्य विभाग ने लिए फल फ्रूट के सैंपल
त्योहारों के सीजन के बाद गर्मी को देखते हुए जागे खाद्य विभाग ने शुक्रवार को बस स्टैंड पर स्थित कुछ फल फ्रूट की दुकानों पर पहुंच कर फलों की जांच कर सैंपल लिए ।
मिली जानकारी के अनुसार अधिक गर्मी को लेकर फलों में पड़ने वाले कीड़े को देखे बिना ही व्यापारी फल फ्रूट बेच देते है जिसको देखते हुए खाद्य विभाग ने यह कार्यवाही की है ।