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पट्टा अभियान का ग्रामीणों को मिले समुचित लाभ : कलेक्टर नेहा गिरि

कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में विभिन्न बिन्दुओं की प्रगति की समीक्षा की

प्रतापगढ़। जिला कलेक्टर नेहा गिरि ने बुधवार को मिनी सचिवालय स्थित सूचना प्रौद्योगिक केन्द्र में राजस्व अधिकारियों की बैठक में विभिन्न बिन्दुओं की प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को कहा कि पट्टा अभियान में लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिलना चाहिए। प्रशासनिक स्तर पर यदि कोई औपचारिकता बाकी है तो प्रोएक्टिव होकर वह पूर्ण करें। लाभान्वित हो सकने वाले लोगों की गांव स्तर पर सूची बनाएं। जो पात्रा एवं जरूरतमंद हो, उसे पट्टा जारी किया जाए। वन क्षेत्र में आंगनबाड़ी केन्द्र, सब सेन्टर प्रस्ताव सब डिवीजन लेवल पर बनाकर भिजवाएं। पट्टा अभियान के साथ-साथ लोगों की समस्याएं सुनें। आदिवासियों को मूलभूत सुविधा मुहैया कराएं। उनके लिए अधिक से अधिक सोलर लैम्प उपलब्ध कराएं, बिजली निगम द्वारा उनको सब्सिडी दी जाएगी। आदिवासियों को अधिक से अधिक सोलर लैम्प लगाने के लिए प्रेरित करें। सोलर क्षेत्रा में प्रतापगढ की एक पहचान बने, ऐसा प्रयास करें। आदिवासियों के बच्चों को शिक्षा व स्कूलों से जोड़ें। ग्रामीण अंचल में लोगों को शौचालय पर प्रोत्साहन राशि स्वीकृत कराएं एवं आदिवासियों को मुख्य धारा में लाने के लिए समुचित प्रयास करें।

उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर ग्रामीणों को पेयजल की समस्या आती है तो उनका समाधान त्वरित गति से करें। पेयजल के लिए जल संरचनाएं तैयार करें। ग्राम स्तर पर संभव हो तो हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ाने की दिशा में बुजुर्गां को हारमोनियम व तबला उपलब्ध कराएं। ग्रामीण बुजुर्ग गीतों के माध्यम से अपना मनोरंजन तो करेंगे ही, दक्ष होकर अपनी आमदनी का जरिया भी इसे बना सकते हैं। लोगां से चर्चा कर एवं फीडबैक लेकर ग्रामीणों के लिए अच्छे प्रपोजल तैयार करें। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह में फोरेस्ट विभाग के साथ जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर बैठक करें।

जिला कलेक्टर नेहा गिरि ने कहा कि निरीक्षण एवं भ्रमण के दौरान स्टेट हाइवे की वीडियोग्राफी कर सी.डी. कार्यालय को भिजवाएं। उन्हांने अधिकारियां से कहा कि जहां पर बैंक बी.सी. की लापरवाही सामने आ रही है, वहां कार्रवाई की जाए और ग्राम पचांयतों में बी.सी. की समुचित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। एमजेएसए के कामों का समुचित निरीक्षण करें, जो काम सही नहीं है उन्हें तुड़वाया जाकर वापस कराएं। एसडीएम ब्लॉक स्तर पर वॉट्स ग्रुप के माध्यम से एमजेएसए के कार्यो की मॉनीटरिंग करें तथा ओवरलोडिंग वाहनों को रुकवाकर चालान काटें।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनुराग भार्गव ने कहा कि न्याय आपके द्वारा में आए प्रकरणों की तरह समस्याआें का निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी जेल का निरीक्षण करें, पैट्रोल पम्पों के मीटर चैक करें। गांवों में समुचित पेयजल आपूर्ति के लिए मॉनीटरिंग करें। अग्नि शामक यंत्रा,  सिनेमा हॉल का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। पट्टा आवंटन अभियान में नियमानुसार आबादी विस्तार कर पट्टा आवंटित करें।

बैठक में डीएफओ एसआर जाट, एसीईओ रामेश्वर मीना, अरनोद एसडीएम दीपेन्द्र सिंह राठौड़, पीपलखूंट एसडीएम अभिषेक गोयल, छोटी सादड़ी एसडीएम दिनेश कुमार मण्डोवरा, एसडीएम धरियावद वरसिंह गरासिया व तहसीलदार रामचन्द्र खटीक, ललित कुमार पुरोहित, गणेश पंचाल, प्रभुदयाल, भीमसिंह शक्तावत, एस ई पीडब्ल्यूडी हरिकृष्ण, अधीक्षण अभियंता गणेशलाल रोत, रतन वर्मा मौजूद थे। ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने वीसी के जरिए बैठक में भाग लिया।

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