
कलेक्टर नेहा गिरि ने जिला मेला समिति को लेकर आयोजित बैठक में दिए निर्देश
प्रतापगढ़ । धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के सीतामाता मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं। आगामी 22 मई से शुरू हो रहे इस पांच दिवसीय मेले की व्यवस्थाओं को लेकर हो रही प्रशासनिक कवायद के तहत मंगलवार को जिला कलेक्टर नेहा गिरि ने मेले से संबंधित चित्तौड़गढ़ एवं प्रतापगढ़ के अधिकारियों की बैठक में मेले के पुख्ता प्रबंध के लिए निर्देश दिए और कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए ।
जिला कलेक्टर ने इस दौरान मेले में पेयजल, रोशनी, सड़क, सफाई, दुकान व्यवस्था सहित विभिन्न तरह के प्रबंधन से जुड़े मसलों पर विस्तृत चर्चा कर अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने सीएमएचओ डॉ ओपी बैरवा से कहा कि मेले के दौरान खाद्य सामग्री की गुणवŸा सुनिश्चित करने के लिए अपनी टीम को लगाएं और यह देखें कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दूषित खाद्य सामग्री का उपयोग नहीं करना पड़े। मेले की व्यवस्थाओं के लिए नियंत्राण कक्ष स्थापित कर उसका प्रचार-प्रसार करें और देखें कि नेटवर्क की समस्या के बावजूद जरूरी संवाद बना रहे।
उन्होंने परिवहन, पुलिस व सानिवि अधिकारियों से कहा कि वाहनों की पार्किंग व्यवस्था सुव्यवस्थित होनी चाहिए और किसी प्रकार का मिस-मैनेजमेंट नहीं होना चाहिए। रोशनी की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सभी अधिकारियों के पास सोलर लैंप रहें।
इस दौरान शराब पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा तथा शराब पीकर आने वाले, गाड़ी चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। मेले के दौरान पॉलिथिन का उपयोग पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा । उन्होंने नगर परिषद के अधिकारी इस मेले के दौरान कपड़े की थैलियों के प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए। साथ ही चाय आदि के लिए प्लास्टिक कप की बजाय कुल्लड़ आदि का उपयोग करने के लिए कहा और मेला स्थल पर फायर ब्रिगेड, चल शौचालय की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खोया-पाया काउंटर की समुचित व्यवस्था रहे तथा वायरलैस सिस्टम सुचारू हो। सानिवि द्वारा अपनी रोड पर गड्ढे भरवाएं जाएं। डीएसओ यह सुनिश्चित करें कि खाना बनाने में घरेलू सिलेंडरों का उपयोग नहीं हो ।
वाहनों में ओवर क्राउडिंग नहीं होनी चाहिए। ओवरलोड वाहनों के चालान काटे जाएं। किसी प्रकार के चमत्मारिक इलाज, झाड़फूंक, तंत्र मंत्र, नीम हकीम आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा ।
उन्होंने जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियंता से कहा कि मेले के दौरान उपयोग होने वाले पेयजल की जांच करें एवं बोतल बंद पानी के भी नमूने लेकर देखें कि लोगों को गुणवŸायुक्त पानी ही मिले। उन्होंने नगर परिषद अधिकारी से कहा कि वे नगर परिषद के सहयोग से चल रहे आरओ की व्यवस्था यदि मेला स्थल के पास कराते हैं तो लोगों को काफी सुविधा रहेगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें तथा किसी भी प्रकार की अशोभनीय घटना नहीं हो। ध्वनि प्रदूषण संबंधी कानून व व्यवस्थाओं की समुचित पालना हो तथा रात्रि दस बजे बाद किसी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग की अनुमति नहीं है।
चैन स्नेचिंग, जेब कटने जैसी घटनाओं पर नियंत्रण के समुचित प्रयास किए जाएं। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक जेपी चांवरिया को मेले के दौरान पात्रा जरूरतमंदों को सहायता देने के निर्देश भी दिए ।
बैठक में कार्यवाहक अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामेश्वर मीणा, प्रतापगढ एसडीएम एनके गुप्ता, प्रतापगढ़ बीडीओ अनिल पहाड़िया, तहसीलदार रामचंद्र खटीक, डीटीओ रामराज खाती सहित संबंधित विभागों के चिŸाड़गढ़ एवं प्रतापगढ़ जिलों के अधिकारीगण मौजूद थे ।