
नई दिल्ली । देश में आज आधी रात से एक कर व्यवस्था लागू हो गयी। संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घंटी बजाकर जीएसटी को ठीक 12.01 मिनट पर लागू किया। इससे पहले जीएसटी को लागू करने के लिए बुलाये गये संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी सहयोगात्मक संघवाद का एक उम्दा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी भारत का आर्थिक एकीकरण है, यह ठीक उसी तरह है जैसा सरदार वल्ल्भभाई पटेल ने कई दशक पहले देश को एकजुट करने के लिए किया था। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के साथ ही 31 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश एक साथ जुड़ जाएंगे और टोल नाकाओं पर लंबी कतारें समाप्त हो जाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी एक पारदर्शी और साफ-सुथरी प्रणाली है जो कालेधन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएगी और एक कार्य संस्कृति को आगे बढ़ाएगी। जीएसटी अपनाने को लेकर व्यापारियों की आशंकाओं पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘आंखों को भी नए चश्मे के साथ तालमेल बिठाना पड़ता है जिसमें कुछ दिन लगते हैं।’
इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि जीएसटी को लागू किया जाना देश के लिये महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि जीएसटी भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता और समझदारी को समर्पित है। उन्होंने कहा कि जीएसटी भारतीय निर्यात को ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनायेगा और आयात से मुकाबला करने के लिये घरेलू उद्योगों को समान अवसर देगा।