
मंदसौर शहर कोतवाली टीआई अमित सोनी एवं टीम को मिली सफलता
मंदसौर, 8 सितम्बर । मंदसौर जिला पुलिस अधीक्षक श्री सिध्दार्थ चौधरी के कुशल निर्देशन में कार्यवाही करते हुए शहर कोतवाली टीआई अमित सोनी एवं उनकी टीम ने पश्चिम रेलवे ग्रुप ‘हत’ एवं ‘डी’ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है । इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है ।
मिली जानकारी के अनुसार 5 सितम्बर 2021 को फरियादी यशवंत पिता गोपाल माली उम्र 25 वर्ष निवासी गीता भवन कोठारी नगर मंदसौर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मदनलाल माली निवासी खिलचीपुरा, बालूदास बैरागी निवासी हरिया खेड़ा जिला रतलाम एवं साथी गिरोह द्वारा पश्चिम रेल्वे के ग्रुप ‘हत’ एवं ‘डी’ में नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रूपये लेकर उसके साथ धोखाधड़ी की है ।
शहर कोतवाली पर अपराध क्रमांक 620/2021 धारा 420, 406, 409, 467, 468, 474, 120 बी भादवि पंजीबध्द कर अनुसंधान में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में पुलिस अधीक्षक श्री सिध्दार्थ चौधरी ने निर्देशन प्रदान किया तथा शहर कोतवाली निरीक्षक अमित सोनी ने एक टीम गठित कर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों की पतारसी हेतु लगाया ।
प्रकरण की विवेचना के दौरान सायबर सेल मंदसौर से तकनीकी जानकारियां की सहायता से मदनलाल पिता शिव नारायण जाति माली उम्र 52 वर्ष निवासी खिलची पुरा थाना शहर कोतवाली मंदसौर, बालू दास पिता मांगूदास बैरागी उम्र 48 वर्ष निवासी हरियाखेड़ा थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा जिला रतलाम को गिरफ्तार किया गया ।
पूछताछ में इन दोनों आरोपियों ने बताया कि बेरोजगार लड़कों से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम से 5 लाख से 12 लाख रूपये लेने की बात की गई । जैसे-जैसे नौकरी की प्रोसेस होती जाएगी, वैसे-वैसे टुकड़ों-टुकड़ों में रूपये लेने की बात कर सभी लड़कों को अन्य साथी मदन गुर्जर व विक्रम बाथम से रेलवे में बड़े ऑफिसर होना बताकर मिलवाया । रतलाम में डीआरएम ऑफिस के पास रेलवे खेल ग्राउण्ड पर सभी लड़कों से फर्जी आवेदन फार्म भरवाकर पहली किश्त के रूप में 2 से 3 लाख रूपये लेकर रेलवे अस्पताल रतलाम में मेडिकल करवाने के लिए बुलवाया तथा सभी का मेडिकल मेडिकल रेलवे अस्पताल रतलाम में फर्जी तरीके से करवाया था। उसके बाद सभी लड़कों के द्वारा नियुक्ति के लिए दबाव बनाने पर पश्चिम रेलवे मुख्यालय चर्चगेट मुंबई ले जाकर सभी अभ्यर्थियों को फर्जी नियुक्ति लेटर दिए थे और 15 दिन में सभी की जॉइनिंग रेलवे होना बोलकर सभी से एक 1-1 लाख रुपए लेना बताया एवं जो भी फर्जी दस्तावेज नौकरी लगवाने के लिए लड़कों को भेजे जाते थे ।
इस तरह दिया जाता था अपराध को अंजाम
गिरोह के सदस्य नौकरी की तलाश कर रहे नव युवकों के परिजन को टारगेट कर उनसे जान-पहचान बढ़ाते हैं और पश्चिम रेलवे मुख्यालय में अच्छी सेटिंग होना बताकर पैसे लेकर भर्ती की पूरी प्रक्रिया फर्जी तरीके से आयोजित कर रेलवे में नियुक्ति आदेश रिक्रूटमेंट भर्ती के दस्तावेज हूबहू असली जैसे तैयार कर संगठित गिरोह बनाकर धोखाधड़ी करते हैं।
उक्त प्रकरण् में शहर कोतवाली पुलिस ने आरोपी मदनलाल माली, बालुदास बैरागी को गिरफ्तार कर लिया है । वहीं अन्य आरोपी मदन पिता प्रहलाद गुर्जर निवासी गुराड़िया जाट, सिवनी मालवा, होशंगाबाद, विक्रम बाथम निवासी रेलवे कॉलोनी रतलाम व अन्य की तलाश जारी है ।
उक्त कार्यवाही में शहर कोतवाली निरीक्षक अमित सोनी, उनि भारत भाबर, उनि विष्णु वास्कले डीएसबी मंदसौर, सउनि प्रेमसिंह हटिला, प्रधान आरक्षक विनोद नामदेव, आरक्षक अमित मिश्रा डीएसबी मंदसौर, आरक्षक मोहित पंवार एवं प्रधान आरक्षक आशीष बैरागी सायबर सेल मंदसौर की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।